Ashneer Grover : अशनीर ग्रोवर ने 2023 के IPL के पहले खुद का एक रियल मनी स्पोर्ट फैंटसी ऐप लाँच किया था जिसका नाम CrickPe था। अशनीर ने इस ऐप के माध्यम से फैंटसी गेमिंग इंडस्ट्री में प्रवेश किया था।
जल्द ही जीएसटी काउन्सिल की मीटिंग हुई जिसमें उन्होंने ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों के लिए नया टैक्स सिस्टम लागू किया गया है। इस खबर के आने के बाद अशनीर ने ट्विटर पर एक ट्वीट किया और स्टार्टअप फाउंडर्स को राजनीति में शमील होने का सुझाव दे डाला।
ऑनलाइन गेमिंग पर लगाये गये नये टैक्स पर अशनीर को आया गुस्सा
GST काउन्सिल की 50वीं मीटिंग में सभी ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों पर हॉर्स रेसिंग और कैसिनो के टर्नओवर पर 28% टैक्स लगाने का फैसला किया है। केंद्रीय वित्त निर्मला सीतारमन ने कहा कि हमनें अंकित मूल्य या ऑनलाइन गेम खेलने, कसीनो में दाँव लगाने व रेसिंग पर किए गए भुगतान पर 28% GST लगाने का फैसला किया है।
सरकार के इस फैसले के बाद BharatPe के कोफाउंडर अशनीर ग्रोवर को गुस्सा आ गया और उन्होंने ट्विटर पर एक ट्वीट कर डाला।
स्टार्टअप फाउंडर्स को अब राजनीति में प्रवेश पड़ेगा नहीं तो…
अशनीर ग्रोवर ने अपने गुस्से को जगजाहिर करते हुए ट्विटर पर एक ट्वीट किया और लिखा कि –
आज भारत में रियल मनी गेमिंग इंडस्ट्री का RIP हो गया। अगर सरकार सोच रही है कि लोग 72 रुपये पॉट एंट्री (28% सकल जीएसटी) पर खेलने के लिए 100 रुपये लगाएंगे और यदि वे 54 रुपये जीतते हैं (प्लेटफ़ॉर्म शुल्क के बाद) तो उन्हें उस पर 30% TDS का भुगतान करना होगा – जिसके लिए उन्हें पहले मानसून में अपने लिविंग रूम में फ्री स्विमिंग पूल मिलेगा तो ऐसा तो बिल्कुल भी नहीं होने वाला।
फैंटसी गेमिंग इंडस्ट्री का हिस्सा बनकर मुझे अच्छा लगा लेकिन अब उस इंडस्ट्री की हत्या हो चुकी है। इस मानसून में 10 अरब डॉलर बर्बाद हो गये। अब स्टार्टअप फाउंडर्स को राजनीती में प्रवेश करने का समय आ गया है नहीं तो ऐसे ही एक के बाद एक इंडस्ट्री बंद होती रहेंगी।





