Dividend Taxation
शेयर बाजार में निवेशकों के लिए डिविडेंड एक महत्वपूर्ण आय स्रोत है। हालांकि, इससे संबंधित टैक्सेशन को समझना उतना ही जरूरी है। मुंबई के रहमान शम्सी जैसे अनेक निवेशकों के मन में डिविडेंड पर लगने वाले टैक्स को लेकर असमंजस रहता है
टैक्स गुरु मुकेश पटेल ने बताया कि इनकम टैक्स के सेक्शन 8 के अनुसार, जिस साल डिविडेंड इनकम घोषित और दी जाती है, उसी साल इसे इनकम के रूप में दिखाना होता है। इसके लिए रिसीप्ट बेसिस पर ही डिविडेंड को दिखाया जाता है।

Dividend Explained
डिविडेंड को समझना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। जब कोई कंपनी प्रॉफिट कमाती है, तो वह अपने शेयरहोल्डर्स को मुनाफे का कुछ हिस्सा डिविडेंड के रूप में देती है
यह निवेशकों के लिए एक विश्वसनीय आय का स्रोत होता है। डिविडेंड यील्ड, जो एक फाइनेंशियल रेश्यो है, यह दर्शाता है कि कंपनी सालाना अपने स्टॉक की कीमत के अनुपात में कितना डिविडेंड भुगतान करती है। यह निवेशकों को किसी विशेष स्टॉक या इन्वेस्टमेंट की इनकम क्षमता के बारे में जानकारी देता है।
Dividend Taxation Table
| आइटम | विवरण |
|---|---|
| टैक्सेशन का आधार | रिसीप्ट बेसिस |
| टैक्स कब देना है | डिविडेंड प्राप्त होने के साल में |
| संबंधित इनकम टैक्स सेक्शन | सेक्शन 8 |
| डिविडेंड यील्ड | कंपनी द्वारा स्टॉक की कीमत के अनुपात में दिया जाने वाला डिविडेंड |





