रतन टाटा ही टाटा ग्रुप के प्रमुख कर्ता धर्ता है।
टाटा ग्रुप देश के सबसे बड़ी कम्पनियों में शामिल है।
टाटा ग्रुप के अंतर्गत 30 से अधिक कम्पनियाँ आती है।
इसके अलावा इन्होंने सैकड़ों स्टार्टअप्स में भी इन्वेस्ट किया हुआ है।
टाटा ग्रुप इन कम्पनियों से सालाना 100 अरब डॉलर से ज्यादा रेवेन्यू कमाता है।
लेकिन फिर भी आजतक रतन टाटा अरबपतियों की लिस्ट में नहीं आये।
क्योंकि रतन टाटा के परिवार और कम्पनी का 66% पैसा दान में दिया जाता है।
ये 66% पैसा सीधे परोपकारी ट्रस्ट में चला जाता है।
इसीलिए कम्पनी द्वारा किया गया प्रॉफिट रतन टाटा की कमाई पर ज्यादा असर नहीं डालता है।
टाटा परिवार शुरुआत से ही परोपकारी कार्यों में लगा हुआ है।
देश के शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका उत्पादन में इनका बहुत बड़ा योगदान है।