अडानी विल्मर की स्थापना 1999 में हुई थी। 

लेकिन शेयर मार्केट में इसकी लिस्टिंग 8 फरवरी 2022 को हुई थी। 

अडानी विल्मर को शेयर मार्केट तक पहुँचने में 22 साल का समय क्यों लग गया?

गौतम अडानी ने हालिया इंटरव्यू में इस बात की चर्चा की है। 

अडानी ने कहा कि हम लिस्टिंग के लिए हड़बड़ी नहीं करते है। 

लिस्टिंग को लेकर कंपनी एक बिजनेस मॉडल पर काम करती है। 

पहले हम कंपनी की शुरुआत करते है तथा उसका रोडमैप तैयार करते है। 

फिर हम उसकी ग्रोथ पर ध्यान देते है और उसको मुनाफे लायक बनाते है। 

जब उस कंपनी की बैलेंस शीट मजबूत हो जाती है उसके बाद हम लिस्टिंग के बारे में सोचते है। 

इसीलिए अडानी विल्मर की लिस्टिंग 22 सालों के बाद हो पाई है।