एक समय अनिल अम्बानी विश्व के
6 वें सबसे अमीर व्यक्ति थे।
लेकिन धीरे-धीरे इनके ज्यादातर बिजनेस दिवालिया हो गये।
जिससे अनिल अम्बानी कारोबार के क्षेत्र में पिछड़ते चले गये।
पिता धीरूभाई की मृत्यु के बाद रिलायंस ग्रुप का बँटवारा हुआ।
अनिल को टेलीकॉम, फाइनेंस और एनर्जी जैसे कारोबार मिले थे।
ये सभी कारोबार फ्यूचर के हिसाब से काफी जबरदस्त थे।
लेकिन अनिल की गलतियों ने ही उनको बर्बाद कर दिया।
आइये जानते है कि अनिल की बर्बादी के क्या कारण थे?
इन्होंने बिना किसी प्लानिंग के अपना कारोबार बढ़ाने की कोशिश की।
इन्होंने बिना रीसर्च के ही नए प्रोजेक्ट्स पर पैसा लगाना जारी रखा।
इन्होंने उम्मीद से ज्यादा लागत लगाकर अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मार ली।
ये एक के बाद एक कर्ज लेते गए और उसी भँवर में फँसते चले गए।
इन्होंने एक समय पर एक ही प्रोजेक्ट पर फोकस करने की बाजाय अनेक पर काम किया।
इन्होंने अपनी इच्छानुसार कई फैसले लिए जो इनके लिए गलत साबित हुए।
2008 की मंदी ने इनको सबसे ज्यादा प्रभावित किया।
उस मंदी के बाद अनिल अम्बानी कभी भी रिकवर नहीं कर पाए।