आज हम एक ऐसे इंसान के बारे में जानेंगे जिसने मात्र 10 वीं पास की और हजारों करोड़ों का साम्राज्य खड़ा कर दिया।

आज हम बात करेंगे सोलर इंडस्ट्रीस लिमिटेड के चेयरमैन "सत्यनारायण नुवाल" के बारे में।

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मध्यम परिवार में जन्में सत्यनारायण नुवाल के पिताजी एक पटवारी थे।

पिताजी के रिटायरमेंट के बाद परिवार को चलाना काफी कठिन हो गया था।

स्कूल में छुट्टी होने के बाद नुवाल अपने दादा की परचून की दुकान पर बैठा करते थे।

उन्होंने उसी बीच फाउंटेन पेन की स्याही बेची, पर उस बिजनेस में सफल नहीं हो पाए।

19 की उम्र में उनकी शादी हो गई और अब नई जिम्मेदारी उनके कंधों पर आ गई थी।

काम धाम के चक्कर में नुवाल 1977 में महाराष्ट्र जिले के चंदरपुर जिले में जा पहुँचे।

वहाँ उनकी मुलाकात अब्दुल सत्तार अल्लाहभाई नामक एक विस्फोटक व्यापारी से हुई।

उस समय विस्फोटक की डिमांड काफी थी पर बेचने वाले कुछ चुनिंदा लोग ही थे।

1,000 रुपये में लाइसेन्स लेकर नुवाल भी विस्फोटक बेचने का धंधा करने लगे।

ब्रिटेन की कम्पनी इंपीरियल केमिकल इंडस्ट्रीज ने नुवाल को एक अधिकृत वितरक बना दिया।

शुरुआत में यह धंधा बढ़िया था पर बाद में सरकार के कारण इसमें काफी कॉम्पटिशन बढ़ गया।

तक नुवाल ने SBI से 60 लाख का लोन लेकर विस्फोटक निर्माण करने की यूनिट लगाई।

कोल इंडिया लिमिटेड ने नुवाल पर भरोसा दिखाते हुए बहुत बड़ा बिजनेस दिया।

1996 में इनको 6000 टन सालना विस्फोटक निर्माण का लाइसेन्स मिल गया। 

आज ये अपने उत्पाद 60 देशों में भेजते है तथा विस्फोटक निर्यात में 70% का योगदान है।

आज सत्यनारायण नुवाल के पास 14,700 करोड़ रुपये कुल सम्पत्ति बन चुकी है।

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