आज के अरबपति जितने अमीर है, भूतकाल में इससे कई गुना ज्यादा गरीब भी थे।

आइये जानते है रतन टाटा, धीरू भाई अम्बानी और वारेन बफे की संघर्ष की कहानी -

धीरू भाई अम्बानी यमन के गैस स्टेशन में एक अटेंडेंट की नौकरी किया करते थे। 

धीरू भाई अम्बानी 300 रु./महीना पर नौकरी किया करते थे।

2006 में इनकी कुल संपत्ति 2.9 बिलियन डॉलर पहुंच गई थी। 

रतन टाटा जमशेदपुर स्थित टाटा स्टील में नौकरी किया करते थे। 

इतने बड़े परिवार से होने के बावजूद रतन टाटा ने फील्ड पर जाकर काम किया और सीखा। 

टाटा मोटर्स में नौकरी के दौरान रतन टाटा एक कर्मचारी के तौर पर काम किया करते थे।

वारेन बफे अमेरिका में The Washington Post के अखबार बाँटा करते थे।  

1994 में वारेन बफे 175 डॉलर प्रति महीना कमाया करते थे। 

आज वारेन बफे की नेट वर्थ 100 बिलियन डॉलर से भी अधिक है।