भारत का शायद ही कोई नागरिक होगा जिसे बिसलेरी के बारे में ना पता हो?
बिसलेरी देश में बोतल बंद या पैकेज्ड मिनरल वॉटर बेचने वाली एक भारतीय कंपनी है।
1969 में रमेश चौहान की Parle कंपनी ने बिसलेरी इंडिया लिमिटेड को खरीदा था।
उस समय रमेश चौहान की उम्र मात्र 28 साल थी तथा यह सौदा 4 लाख रुपये में हुआ था।
हाँलाकि बोतलबंद पानी बेचने के इस आईडिया पर लोगों ने तब खूब मजाक बनाया था।
लेकिन मार्केट में एंट्री के साथ ही यह देश का सबसे लोकप्रिय मिनरल वॉटर ब्रांड चुका था।
82 वर्ष के रमेश चौहान का उत्तराधिकारी न होने के कारण वो बिसलेरी कंपनी को बेचना चाहते है।
बिसलेरी कंपनी को बेचने के लिए राटा टाटा की TATA ग्रुप से बातचीत चल रही है।
बिसलेरी का सौदा, टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (TCPL) के साथ पूरा हो सकता है।
टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड, 6 से 7 हजार करोड़ में बिसलेरी कंपनी का अधिग्रहण करेगी।