अनिल अम्बानी की हिस्से वाली ज्यादातर कम्पनियाँ भारी कर्ज में डूब चुकी है।

इसी तरह अनिल अम्बानी की स्वामित्व वाली कंपनी का नाम रिलायंस इंफ्राटेल है।

रिलायंस इंफ्राटेल के पास देशभर में 78 लाख रुट किलोमीटर की फाइबर प्रॉपर्टी मौजूद है।

इसके साथ ही रिलायंस इंफ्राटेल के पास 43,540 मोबाइल टॉवर की बड़ी रेंज उपस्थित है।

रिलायंस इंफ्राटेल पर भारी कर्ज के कारण ही मुकेश अम्बानी इसका अधिग्रहण करना चाहते है।

नवंबर 2019 में Jio ने रिलायंस इंफ्राटेल के टॉवर व फाइबर संपत्ति के अधिग्रहण के लिए बोली लगाई थी।

इस अधिग्रहण के लिए मुकेश अम्बानी की Jio ने 3,720 करोड़ की बोली लगाई थी।

4 मार्च 2020 को 100% वोट के साथ Jio को अधिग्रहण की मंजूरी मिल गई थी।

नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) ने सोमवार को इस अधिग्रहण की मंजूरी दे दी है।