हिंडनबर्ग रिपोर्ट ने अडानी ग्रुप के खिलाफ एक रिपोर्ट निकाली थी। 

उस रिपोर्ट ने अडानी ग्रुप को झकझोड़ कर रख दिया था।

अडानी ग्रुप के शेयर्स में 80% तक की जबरदस्त गिरावट देखी गई। 

अडानी ग्रुप पर एक इंटरनेशनल फंड मैनेजर का बयान आया है। 

Mobius Capital के फाउंडर "मार्क मोबियस" के अनुसार -

हिंडनबर्ग रिपोर्ट ने अडानी ग्रुप की के लिए परेशानी जरूर बढ़ा दी है। 

लेकिन हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट में बिल्कुल भी दम नहीं था। 

हिंडनबर्ग ने भले ही इस मामले को बहुत बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया था। 

लेकिन ये रिपोर्ट सटीक व सही निशाने पर नहीं थी। 

रिपोर्ट के आने के पहले ही लोगों को इनके द्वारा लिए कर्ज के बारे में पता था। 

तथा कंपनी में परिवार की भागीदारी के बारे में भी लोगों को पता था। 

इन सब के बावजूद भी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने इनके शेयर्स पर काफी बुरा प्रभाव डाला। 

ग्रुप के पास बहुत संपत्ति है इसीलिए मार्च में इनको 15000 करोड़ से ज्यादा का निवेश मिला। 

भारतीय बैंकों ने अडानी ग्रुप को लोन दिया है इसीलिए वो इनका सपोर्ट ही करेंगी।