छात्र केवल अपनी पढ़ाई और डिग्री के लिए कॉलेज में प्रवेश लेता है। 

पढ़ाई होने के बाद छात्र का कॉलेज से सम्बन्ध केवल डिग्री में ही रह जाता है। 

लेकिन कुछ छात्र कॉलेज के बाद अच्छे पदों पर कार्यरत हो जाते है। 

जिसके बाद वो अपने कॉलेज को कुछ न कुछ वापस जरूर करते है। 

ऐसे ही एक पूर्व छात्र का नाम "नंदन नीलेकणि" है। 

इन्होंने अपनी पढ़ाई IIT बॉम्बे से पूरी की थी। 

कॉलेज के बाद इन्होंने अपने दोस्तों के साथ मिलकर Infosys की शुरुआत की थी।

आज Infosys देश की सबसे बड़ी IT कम्पनियों में से एक है।

IIT बॉम्बे से पढ़ाई पूरी करने के बाद भी इन्होंने कॉलेज का साथ नहीं छोड़ा। 

नंदन ने मंगलवार को IIT बॉम्बे  को 315 करोड़ रुपये दान किये है। 

नंदन इससे पहले पहले भी कॉलेज को 85 करोड़ रुपये का दान कर चुके है।

नंदन नीलेकणि ने इस कॉलेज को कुल मिलाकर 400 करोड़ रुपये दान कर दिये है।