देश में आज ज्यादातर लोग ऑनलाइन पेमेंट करना ही पसंद करते है।

क्योंकि पिछले कुछ सालों में UPI के माध्यम से पेमेंट बहुत तेजी से बढ़ा है।

ऑनलाइन पेमेंट की गति बढ़ाने में प्राइवेट Fintech कम्पनियों का बहुत बड़ा हाँथ है।

नोटबंदी के समय Paytm ने लोगों को ऑनलाइन पेमेंट का विकल्प देकर करोड़ों यूजर बनाये।

जिसके बाद ज्यादातर लोगों ने Paytm को इस्तेमाल करना शुरू कर दिया।

Paytm के बाद PhonePe ने भी इस मार्केट में एंट्री मारी और अच्छा मार्केट शेयर लिया।

Paytm और PhonePe की सफलता को देखते हुए Google ने भी इस मार्केट में एंट्री मारी।

Google की शानदार एंट्री के बाद भी क्यों GPay को लगातार नुकसान झेलना पड़ रहा है -

गूगल ने Google Pay नामक एक ऑनलाइन पेमेंट ऐप लाँच किया और लोगों को खूब कैशबैक दिया।

कैशबैक देने के कारण करोड़ों लोगों ने Google Pay को भी यूज करना शुरू कर दिया था।

लेकिन पिछले कुछ समय से GooglePay लगातार नुकसान झेल रहा है।

इस साल जून तक PhonePe की UPI मार्केट में हिस्सेदारी 49.8% थी।

Paytm की हिस्सेदारी 33% जबकि GPay की हिस्सेदारी मात्र 10.9% ही थी।

जबकि एक साल पहले GPay की हिस्सेदारी 34.6% थी और Paytm की 9.9%

इसका मतलब Paytm लगातार ग्रो कर रहा है और GPay लगातार नुकसान झेल रहा है।