हिंडेनबर्ग रिपोर्ट को आये 2 महीने का समय बीत चुका है।

उस रिपोर्ट ने अडानी ग्रुप द्वारा लिए गये कर्ज पर काफी सवाल खड़े कर दिए थे।

जिसके बाद से सोशल मीडिया पर अडानी ग्रुप को काफी ट्रोल किया गया।

लेकिन अडानी ने अपने कुछ लोन समय से पहले चुकाकर उनका मुँहतोड़ जवाब दिया।

इतने विरोध के बावजूद अडानी ग्रुप फिर से लोन लेने की तैयारी कर रहा है।

अडानी ग्रुप ज्वाइंट वेंचर के माध्यम से डॉलर में लोन उठाने वाला है।

 ये ज्वाइंट वेंचर AdaniConnex और EdgeConnex के बीच होगा।

6 बैंकों से 1,800 करोड़ रुपये जुटाने का प्रयास हो रहा है।

यह लोन अगले 5 साल की समय अवधि के लिए लिया जाएगा।