Ratan TATA Investment : रतन टाटा बहुत ही जुनूनी और दूरदर्शी इंसान है इसीलिए इन्होंने टाटा संस की चेयरमैन पद को त्यागने के बाद भी आराम से नहीं बैठे और स्टार्टअप्स में निवेश करना शुरू कर दिया। रतन टाटा के निवेश ने बहुत सारे स्टार्टअप्स की किस्मत ही बदल डाली।
रतन टाटा (Ratan TATA) केवल ऐसे स्टार्टअप्स (Startups) में निवेश करते है जो लोगों की समस्याओं को दूर करके उनकी जिंदगी आसान बना रहे है या फिर टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से भारत का भविष्य निर्धारित करने में लगे हुए है। इसके अलावा यदि स्टार्टअप के फाउंडर व उनकी टीम के लक्ष्य बड़े हो और उनके अंदर कुछ बड़ा करने का जूनून हो तो फिर रतन टाटा उनका साथ देते है और उनमें निवेश भी करते है।
ऐसे स्टार्टअप्स जिसमें रतन टाटा ने निवेश किया है…
रतन टाटा ने बहुत से स्टार्टअप में निवेश किया हुआ है लेकिन इस आर्टिकल में हम केवल उन्हीं स्टार्टअप को शामिल करेंगे जो आज एक बड़ी इंटरप्राइजेज या फिर एक बड़ी कंपनी के रूप में परिवर्तित हो चुके है। उन स्टार्टअप्स की पहचान आज देश विदेश में है और ज्यादातर लोग उनके बारे में अच्छे से जानते है।
पेटीएम (Paytm)
पेटीएम इस समय देश की सबसे सफल डिजिटल पेमेंट कम्पनी है। रतन टाटा ने मार्च 2015 में फंड जुटाकर Paytm की मूल कंपनी One97 Communications में 1 करोड़ रुपये का निवेश किया था। इस फंडिंग से रतन टाटा को One97 कम्युनिकेशंस के बोर्ड में बिजनेस एडवाइजर का पद मिला था।
लेंसकार्ट (Lenskart)
लेंसकार्ट चश्मा बेचने वाला एक ऑनलाइन रीटेलर ब्रांड है जिसके फाउंडर पीयूष बंसल (Peyush Bansal) है। इन्होंने अप्रैल 2016 में रतन टाटा से निवेश प्राप्त किया था। Lenskart के अनुसार रतन टाटा हमारे साथ निवेशक से ज्यादा एक सलाहकार और मेंटर के रूप में हमारी मदद कर रहे है।
ओला (Ola)
ओला देश की पहली राइडशेयरिंग कंपनी है जिसकी मदद से कोई भी अपनी जगह से ऑनलाइन टैक्सी बुक करके अपने स्थान तक पहुँच सकता है। रतन टाटा ने जुलाई 2015 में अपनी क्षमता पर 95 लाख रुपये का निवेश किया। इसके अलावा रतन टाटा ने अपनी इन्वेस्टमेंट कंपनी RNT Capital Advisors के माध्यम से Ola में 400 करोड़ का निवेश किया था।
शाओमी (Xiaomi)
Xiaomi दुनिया का चौथी सबसे बड़ी स्मार्टफोन निर्माण करने वाली एक चीनी कंपनी है। इन्होंने 2014 में भारतीय मार्केट में प्रवेश लिया था और आज ये देश में काफी प्रचलित ब्रांड है। रतन टाटा पहले भारतीय थे जिन्होंने शाओमी कंपनी में हिस्सेदारी खरीदी थी तथा इस कंपनी में निवेश भी किया था। इन्होंने रतन टाटा से सलाह भी ली थी कि अन्तर्राष्ट्रीय मार्केट में कैसे विस्तार किया जाये।
रेपोस एनर्जी (Repos Energy)
रेपोस एनर्जी पुणे स्थित एक फ्यूल इ-कॉमर्स स्टार्टअप है जिसकी शुरुआत अदिति भोसले वालुंज और चेतन वालुंज ने 2017 में की थी। इस स्टार्टअप के फाउंडर ने रतन टाटा से मिलने के लिए काफी संघर्ष किया लेकिन नहीं मिल पाये। अंत में जाकर रतन टाटा ने खुद उन्हें सामने से कॉल करके मीटिंग फिक्स की।
फाउंडर्स को रतन टाटा से मिलने का सौभाग्य मिला और इन दोनों ने अपने स्टार्टअप की प्रेजेंटेशन और भविष्य को लेकर अपनी योजनायें बताई। रतन टाटा इनके आईडिया से काफी प्रभावित हुए और उन्होंने इसमें निवेश भी किया।
कार देखो (CarDekho)
CarDekho नयी व पुरानी कारों ढूँढने का एक सर्च पोर्टल है। ये प्लैटफार्म हर किसी को उनकी पसंद के हिसाब से ऑनलाइन कार ढूँढने में मदद करता है। इस कम्पनी के फाउंडर अमित जैन शार्क टैंक इंडिया सीजन-2 के जज भी रह चुके है। रतन टाटा ने कार देखो की मूल कम्पनी GirnarSoft में भी निवेश किया हुआ है। रतन टाटा का ये निवेश इनकी कम्पनी की ब्रांड वैल्यू के लिए काफी बेहतर शबित हुआ है।
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जेनेरिक आधार (Generic Aadhaar)
Generic Aadhaar एक फार्मास्युटिकल स्टार्टअप है जो मार्केट से 80% कम दामों पर जेनेरिक दवाइयाँ बेचता है। इस स्टार्टअप की शुरुआत महाराष्ट्र के अर्जुन देशपांडे ने 16 साल की उम्र में की थी। अर्जुन का लक्ष्य था कि वो हर जरूरतमंद को कम दामों पर दवाइयाँ उपलब्ध करा सकें।
अर्जुन देशपांडे के जुनून और सेवा भाव को देखते हुए सर रतन टाटा जी ने इनके इस स्टार्टअप में निवेश किया था।