FirstCry Success Story In Hindi

छोटे बच्चों के प्रोडक्ट्स बेचकर बन गई यूनिकॉर्न कम्पनी – FirstCry Success Story In Hindi

FirstCry Success Story In Hindi: आज भी हमारे आसपास की मार्केट में शिशुओं व बच्चों के लिए इस्तेमाल किये जाने वाले प्रोडक्ट अच्छी क्वालिटी व ब्रांडेड नहीं होते है जिससे लोगों का अनुभव खराब हो जाता है। इस समस्या को दूर करने के लिए FirstCry नामक एक भारतीय स्टार्टअप ने ऐसा ऑनलाइन प्लैटफॉर्म तैयार किया जहाँ पर शिशुओं, बच्चों व पहली बार माँ बनीं महिलाओं के लिए ब्रांडेड व क्वालिटी प्रोडक्ट उचित मूल्यों पर प्रदान किये जाते है।

जब कोई नवजात शिशु पैदा होता है तो उसके सम्बंधित कपड़े, भोजन व खिलौने आसानी से व एक जगह पर नहीं मिलते है। समस्या को इस कंपनी के फाउंडर्स ने समझ लिया था जिसका समाधान आज वो अपने प्लैटफॉर्म के माध्यम से दे पा रहे है।

देश में एक सफल बिजनेस खड़ा करके एक यूनिकॉर्न कंपनी बने उसके बाद बेबी और किड्स प्रोडक्ट बेचने वाले एशिया के सबसे बड़े ऑनलाइन कंपनी बन गए। आज इस आर्टिकल के माध्यम से आपको इस कंपनी की सफलता की कहानी जानने को मिलेगा।

FirstCry क्या है?

FirstCry देश व एशिया का सबसे बड़ा ई-कॉमर्स प्लेटफार्म है जहाँ शिशुओं, बच्चों व माताओं के लिए ब्रांडेड व क्वॉलिटी प्रोडक्ट उचित मूल्यों पर उपलब्ध है। ये कम्पनी उन माता-पिता की समस्याओं को दूर करता है जिनकी पहुँच अच्छे व ब्रांडेड बेबी, किड्स प्रोडक्ट तक नहीं है।

FirstCry ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों मार्केट में बराबर उपलब्ध है। इनके ऑनलाइन प्लेटफार्म पर लगभग 6000 ब्रांड्स के 2 लाख से ज्यादा प्रोडक्ट्स उपलब्ध है। पूरे देश में इनके 400 से ज्यादा रिटेल स्टोर भी बन चुके है। प्ले स्टोर पर इनके ऐप के 1 करोड़ से भी ज्यादा डाउनलोड है तथा 2 करोड़ से ज्यादा परिवार इनसे प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए है।

FirstCry के फाउंडर्स के बारे में पूरी जानकारी क्या है?

सुपम माहेश्वरीकोफाउंडर और CEO
अमितव साहाकोफाउंडर और COO

FirstCry की शुरुआत IIM जैसे बड़े संस्थान से पास हुए दो लोगों ने किया था। दोनों ने हाई Brainvisa Technologies में काफी समय तक काम भी किया था।

सुपम माहेश्वरी – Supam Maheshwari

सुपम माहेश्वरी FirstCry के कोफाउंडर और CEO हैं। इन्होंने दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से मैकेनिकल ब्रांच में B.E. तथा IIM अहमदाबाद से PGDM (पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन मैनेजमेंट) किया हुआ है। सुपम ने XpressBees नामक लॉजिस्टिक सर्विस प्रोवाइडर का भी निर्माण किया था तथा Brainvisa Technologies के कोफाउंडर व CEO भी थे।

अमितव साहा – Amitava Saha

अमितव साहा FirstCry के कोफाउंडर व COO हैं। अमितव ने IIT वाराणसी से B.Tech करके IIM लखनऊ से मास्टर डिग्री प्राप्त की है। अमितव ने Brainvisa Technologies में 6 साल तक काम किया और XpressBees के कोफाउंडर व CEO भी रहे। अमितव ने सुपम के साथ मिलकर ही FirstCry की शुरुआत की थी।

FirstCry की शुरुआत कैसे हुई?

FirstCry के पहले सुपम ने Brainvisa Technologies का निर्माण किया था, Brainvisa देश-विदेश की कम्पनियों को इंस्ट्रक्शनल डिजाइन और एण्ड-टू -एंड लर्निंग सॉल्युशन प्रदान करता था। 8 साल से भी कम समय में सुपम ने Brainvisa को दुनिया के सबसे बड़े ई-लर्निंग सॉल्युशन प्रोवाइडर में से एक बना दिया।

लेकिन 2007 में सुपम ने इस कंपनी को अमेरिका आधारित Indecomm Global services को 25 मिलियन डॉलर में बेचने का फैसला किया। Brainvisa में इनका कार्यकाल तो खतम हो गया लेकिन सुपम 2 साल तक इस कंपनी को संगठित करने के लिए जुड़े रहे।

उन 2 सालों के दौरान कंपनी के काम के लिए अमेरिका व न्यूयॉर्क के लिए काफी यात्रायें करनी पड़ती थी। सुपम उन 2 सालों के दौरान ही एक बेटी के पिता भी बन गए। अब सुपम जब भी विदेश जाया करते थे तो वहाँ से अपनी बेटी के लिए ब्रांडेड व क्वालिटी प्रोडक्ट्स लाया करते थे।

2 साल पूरे होने के बाद जब सुपम यहाँ रहने लगे तो उनको क्वालिटी व ब्रांडेड प्रोडक्ट नहीं मिले। सुपम जानते थे कि इंटरनेशनल प्रोडक्ट्स काफी बेहतर व भरोसेमंद होते है पर भारतीय मार्केट में उपलब्ध नहीं थे।

तभी सुपम ने रिसर्च करना प्रारम्भ किया तो पता चला कि भारत में शिशुओं व बच्चों से सम्बंधित प्रोडक्ट्स का मार्केट 50,000 करोड़ का था तथा इनकी 95% बिक्री ऑफलाइन मार्केट से होती थी। इंटरनेशनल ब्रांड्स के इस अंतर को कम करने के लिए सुपम ने नया प्लेटफार्म तैयार करने का सोचा।

सुपम ने अपने दोस्त अमितव के साथ मिलकर 2.5 करोड़ की शुरुआती इन्वेस्टमेंट के साथ BrainBees Solutions की स्थापना की उसके बाद 2010 में इन्होंने BrainBees अंतर्गत FirstCry को लॉंच किया।

FirstCry सफल कैसे हुई?

  • 2010 में इन्होंने FirstCry को लॉंच करके इन्वेंट्री मॉडल लागू किया।
  • 2011 में 500 आर्डर हर दिन देश के कोने-कोने में पहुँचाना शुरू कर दिया।
  • 2012 में इन्होंने 80,000 स्क्वायर फीट का एक स्वचालित पूर्ति केंद्र (Automated Fulfilment Centre) खोला।
  • 2013 तक 10 लाख ग्राहकों तक पहुँच गए तथा इस सफलता पर इन्होंने FirstCry हॉस्पिटल गिफ्ट बॉक्स प्रोग्राम चालू किया।
  • 2014 में BabyHug के माध्यम से और भी नए प्रोडक्ट को अपने प्लेटफार्म पर जोड़ा।
  • 2015 में FirstCry ने अमिताभ बच्चन को ब्रांड एम्बेसडर के रूप में साइन किया।
  • 2016 में इन्होंने महिंद्रा के BabyOye रिटेल ब्रांड को खरीद लिया।
  • 2017 में FirstCry देश का सबसे बड़ा पेरेंटिंग प्लेटफार्म बन गया।
  • 2018 में सॉफ्ट बैंक से इनको 400 मिलियन डॉलर की फंडिंग प्राप्त हो गयी।
  • 2019 में इन्होंने अपने ब्रांड को UAE में भी लॉंच कर दिया।
  • 2021 में FirstCry 1.9 बिलियन डॉलर की वैल्यूएशन के साथ देश की 42वीं यूनिकॉर्न कंपनी बन गई।

FirstCry को कब और कितनी फंडिंग प्राप्त हुई?

2011 से 2017 तक काफी लोगों ने FirstCry में इन्वेस्टमेंट किया था लेकिन 2018 में सॉफ्ट बैंक की तरफ से इनको सबसे बड़ी फंडिंग प्राप्त हुई थी।

2021 को TPG, ChrysCapital और Premji Invest से 300 मिलियन डॉलर फंडिंग प्राप्त करके ये देश की 42वीं यूनिकॉर्न कंपनी बन गई।

FirstCry का भविष्य को लेकर क्या योजनायें है?

देश में एक छोटी सी इन्वेंट्री से शुरू हुआ यह बिजनेस अब पूरे एशिया में अपना नाम कर रहा है। ये अपनी केटेगरी में देश व एशिया के सबसे बड़े ऑनलाइन प्लेटफार्म बन चुके है।

अब इनका लक्ष्य है कि देश में तैयार किये गए इस प्लेटफार्म को दुनिया के कोने-कोने में पहुँचाया जाये तथा माता-पिता को उनके स्थान पर इंटरनेशनल किड्स व बेबी केयर प्रोडक्ट्स पहुँचाये जा सके।

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