अश्नीर ग्रोवर ने 20,000 हजार करोड़ की FinTech कंपनी खड़ी कर डाली – BharatPe Success Story In Hindi

BharatPe Success Story In Hindi: Paytm, PhonePe और Google Pay जैसी बड़ी-बड़ी कंपनियों के मार्केट में होने के बावजूद BharatPe ने भारतीय मार्केट में एंट्री ली और मात्र चार साल के अंदर 20,000 करोड़ की एक FinTech कंपनी खड़ी कर दी। इस आर्टिकल के माध्यम से आपको BharatPe के बनने व सफल होने की कहानी, बिज़नेस मॉडल, मार्केटिंग आदि के बारे में पूरी जानकारी पढ़ने को मिलेगी।

BharatPe ने मात्र 4 साल के भीतर 50 लाख से ज्यादा दुकानदारों और छोटे बिज़नेस ओनर्स को अपने साथ जोड़ लिया था, क्युकी अश्नीर ग्रोवर पैसा
कमाने के लिए BharatPe नहीं बना रहे थे बल्कि दुकानदारों व बिज़नेस ओनर्स की समस्या को दूर करने के लिए बना रहे थे।

अश्नीर ग्रोवर छोटे दुकानदारों के पास जाकर उनकी समस्याओं को समझते थे, और उसी के अनुसार नए-नए प्रोडक्ट लांच करते थे। लोगों को लगा कि ये कंपनी हमसे लेने की बजाय हमको काफी कुछ दे रही है जिससे लोगों में BharatPe का नाम काफी प्रचलित हो गया।

BharatPe कंपनी की पूरी जानकारी

कानूनी नामResilient Innovations Private Limited
फाउंडरभाविक कोलड़िया, शाश्वत नाकरानी और अश्नीर ग्रोवर
शुरुआत की तिथिअप्रैल 2018
मुख्यालय90/20 मालवीय नगर, नई दिल्ली – 110017, भारत
सेक्टरफिनटेक (FinTech)
CEO सुहैल समीर
कुल कर्मचारी1569 (जून 2022 तक)
निवेशकों के नामBEENEXT, SEQUOIA, INSIGHT, STEADVIEW CAPITAL MANAGEMENT, RIBBIT CAPITAL, COATUE, AMPLO
कुल फंडिंग 5,500 करोड़ (जनवरी 2022 तक)
वैल्यूएशन 23,000 हजार करोड़ (जनवरी 2022 तक)
रेवेन्यूFY21 में 700 करोड़ रुपये
वेबसाइट BharatPe.Com

भारत में ऑनलाइन पेमेंट की डिमांड कब और कैसे बढ़ी?

8 नवंबर 2016 को रात 8 बजे भारत सरकार ने Demonetisation (विमुद्रीकरण) का ऐलान किया जिसकी वजह से 500 और 1000 के नोटों को बैन कर दिया गया। जिससे लोगों में हाहाकार मच गया और पैसों का लेनदेन मार्केट में थम सा गया। उस वक़्त PayTm जैसी मनी ट्रांसफर कंपनी लोगों का सहारा बन

वैसे Paytm की शुरुआत तो 2010 में ही हो गई थी लेकिन Demonetisation और Jio 4G ने इनके बिज़नेस को एक नए पंख प्रदान किये। Jio के फ्री 4G सर्विस की वजह से लोग अब 4G फ़ोन इस्तेमाल करना शुरू कर चुके थे। उस समय हर हाँथ में कैश भले ही नहीं था लेकिन हर हाँथ 4G फ़ोन जरूर होने लगा था जिसका फायदा Paytm ने उठाया।

जहाँ उस समय ज्यादातर लोग ATM की लाइनों में लगे थे वहीँ पर Paytm अपने Ads Campaign के जरिये TV पर “Paytm करो” के Ads चला रहे थे। Paytm को सरकार का भी पूरा सहयोग मिला जहाँ पर प्रधानमंत्री ने भी इस कंपनी की तारीफ की और कुछ ही समय Paytm लोगों में काफी ज्यादा प्रचलित हो गया।

Paytm के बाद PhonePe, GooglePay आदि कंपनियों ने भी अपने प्रोडक्ट लॉच किये और कुछ ही सालों में भारतीय मार्केट में काफी सारे यूजर प्राप्त किये।

भारत का मार्केट साइज काफी ज्यादा बड़ा है जिसकी वजह से यहाँ एक ही सेक्टर में एक से अधिक कंपनियां भी सफल हो जाती है इसीलिए Paytm, PhonePe और GooglePay के होने के बावजूद BharatPe भारतीय मार्केट में अपनी जगह बनाने में कामियाब रहा।

BharatPe की टीम व फाउंडर

Founders भाविक कोलाडिया, अश्नीर ग्रोवर, शाश्वत मनसुखभाई नकरनी
CEO(Chief Executive Officer) सुहैल समीर
CRO(Chief Revenue Officer) निशित शर्मा
CBO(Chief Business Officer) निशांत जैन
CMO(Chief Marketing Officer) पार्थ जोशी

BharatPe का आईडिया भाविक कोलड़िया और शाश्वत नकरानी का था। भाविक और शाश्वत अपना यह आईडिया लेकर अश्नीर ग्रोवर के पास फंडिंग के लिए गए थे। अश्नीर को इन दोनों का आईडिया बहुत पसंद आया था।

अश्नीर काफी सालों से नौकरी कर रहे थे और वो कुछ अपना स्टार्ट चाहते थे इसीलिए अश्नीर ने भाविक और शाश्वत को कंपनी के MD और कोफाउंडर के रूप में ज्वाइन कर लिया।

2022 में अश्नीर व कंपनी के बीच कुछ अच्छा नहीं चल रहा था जिसकी वजह से खबरों में ये बात फैलने लगी। 22 फरवरी 2022 को अश्नीर ग्रोवर ने BharatPe कंपनी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया इसीलिए आज केवल भाविक और शाश्वत के नाम कंपनी के कोफाउंडर के रूप में लिस्ट में शामिल है।

Ashneer Grover – अश्नीर ग्रोवर

अश्नीर ऑनलाइन पेमेंट App BharatPe कंपनी के MD और कोफाउंडर रह चुके है। 28 फरवरी 2022 को अश्नीर ने कंपनी के सभी पदों से इस्तीफ़ा दे दिया जिसके बाद अश्नीर का नाम कंपनी की प्रोफाइल से हटा दिया गया है।

अश्नीर साउथ दिल्ली से आते है और इन्होने IIT दिल्ली से अपना ग्रेजुएशन पूरा किया है।

अश्नीर ग्रोवर ने काफी सालों तक अमेरिकन एक्सप्रेस में काम किया है जहाँ पर अश्नीर को कम से कम 100 फाउंडर से मिलने का मौका मिला जो पेमेंट बिज़नेस पर काम कर रहे थे।यहाँ से इनको Fintech का अच्छा खासा ज्ञान हो गया था।

अश्नीर ग्रोवर Grofers के CFO भी रह चुके है जहाँ से इनको छोटे व्यापारियों की समस्यायों को जानने का मौका मिला।

अश्नीर ग्रोवर और Shark Tank India

Shark Tank India के पहले अश्नीर ग्रोवर को केवल बिज़नेस लाइन वाले लोग ही जानते थे लेकिन शार्क टैंक इंडिया ने अश्नीर को पूरे भारत में मशहूर कर दिया। शुरुआत में इनके बोलने के तरीके ने लोगों को अच्छा नहीं लगा क्युँकि अश्नीर बात को घुमा फिरा कर नहीं करते थे जो बोलते थे खुला बोलते थे चाहे सामने वाले को अच्छा लगे या बुरा।

उनका मानना था कि अगर कोई प्रोडक्ट बुरा है तो मैं उसको अच्छा नहीं कहूंगा। इसी वजह से अश्नीर ने बहुत से स्टार्टअप फाउंडर को खरी खोटी सुनाते थे और यहाँ तक बोल देते थे कि आपका प्रोडक्ट बहुत ही घटिया है इससे वाहियात प्रोडक्ट मैंने आज तक नहीं देखा।

इस तरह की बोली ने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया लेकिन कुछ एपिसोड के बाद अश्नीर के द्वारा बोले गए शब्द Memes में इस्तेमाल होने लगे। लोग इससे रिलेट कर पा रहे थे और लोगों को अब इनके बोले गए शब्दों से मजा आने लगा था।

अशनीर के द्वारा बोली गई सबसे प्रचलित लाइन थी जिसने इंटरनेट पर तहलका मचा दिया- “ये सब दोगलापन है”

Shark Tank India से मिली पॉपुलैरिटी के बाद अश्नीर के ऑनलाइन व ऑफलाइन बहुत सारे इंटरव्यू हुए और इनको काफी कॉलेजों ने स्पीच देने के लिए भी बुलाया।

अश्नीर ग्रोवर और Kotak Mahindra बैंक विवाद

अश्नीर और उनकी पत्नी Nykaa के IPO में 500 करोड़ रूपए इन्वेस्ट करना चाहते थे और Kotak महिंद्रा बैंक के बैंक के किसी कर्मचारी ने अश्नीर को वादा किया था की वो उनको Nykaa के IPO में इन्वेस्ट करने के लिए इनको फाइनेंस में मदद करेगा। लेकिन उस कर्मचारी ने अश्नीर को अहम् वक़्त पर मना कर दिया जिससे असनीर Nykaa में इन्वेस्ट नहीं कर पाए और जिसके बाद ये IPO 78% के gain पर लिस्ट हुआ था।

इस पर अश्नीर का कहना था कि उनका 78% का नुकसान हुआ था वो कोटक वेल्थ मैनेजमेंट की वजह से हुआ था जिसकी भरपाई उन्हें करनी ही पड़ेगी।

उसी बीच कोटक महिंद्रा बैंक के एक कर्मचारी और अश्नीर के बीच एक बातचीत का ऑडियो लीक हुई जिसमे अश्नीर ने एक कर्मचारी को अपने नुकसान के लिए काफी ज्यादा गालियाँ दी थी । हालाँकि इसकी कोई प्रूफ नहीं है कि यह आवाज अश्नीर की ही है।

अश्नीर ग्रोवर और BharatPe के बीच विवाद

BharatPe कंपनी ने अश्नीर की पत्नी माधुरी जैन और साले शाश्वत जैन पर कंपनी में किये फर्जी बिल घोटाले पर पर कड़ा आरोप लगाया है। इस मामले की जाँच करने के लिए कंपनी ने रिस्क एडवाइजरी कंपनी अल्वारेज एंड मार्सल (Alvarez & Marsal) को नियुक्त किया था।

जाँच में रिस्क एडवाइजरी कंपनी में बताया कि कंपनी में 10.97 करोड़ रुपये के फर्जी बिल लगाए गए. जबकि कुल 30 वेंडर्स को 53.25 करोड़ रुपये के पेमेंट की बात कही गई है।

Shashwat Nakrani – शाश्वत नकरानी

शाश्वत नकरानी BharatPe के कोफाउंडर है। इन्होंने IIT दिल्ली से टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी में अपनी बैचलर डिग्री पूरी की है। शाश्वत भावनगर, गुजरात के रहने वाले है और इन्होने अपनी शुरुआती पढ़ाई अपने पिताजी के ही ही स्कूल से पूरी की थी। इन्होंने UPI सिस्टम पर आधारित पेमेंट App बनाने के लिए अपनी कॉलेज की पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी थी लेकिन बाद में इन्होंने अपनी पढ़ाई वापस जाकर पूरी की।

भाविक कोलड़िया – Bhavik Koladiya

भाविक कोलड़िया BharatPe के कोफाउंडर के साथ साथ प्रोडक्ट और टेक्नोलॉजी एरिया के ग्रुप हेड भी हैं। भाविक भारत की कई प्रचलित IT कम्पनी के Angel Investor भी है। भाविक Pristyn Care, Digifin, and LenDenClub आदि कंपनी के Angel Investor है।

BharatPe क्या है?

BharatPe एक FinTech स्टार्टअप कंपनी है। BharatPe के QR कोड की मदद से कोई भी रिटेलर या बिज़नेसमैन अपने कस्टमर से किसी भी दूसरी पेमेंट App जैसे Paytm, PhonePe, GooglePay आदि से जीरो ट्रांज़ैक्शन फीस पर पेमेंट एक्सेप्ट करता है।

BharatPe न केवल कस्टमर से ऑनलाइन पेमेंट एक्सेप्ट करता है बल्कि उन्हें उनके प्राप्त किये गए पैसों में 12% तक का इंटरेस्ट कमाने में भी मदद करता है। BharatPe की मदद से कोई भी छोटा या बड़ा बिज़नेस ओनर या रिटेलर 10 लाख तक का लोन बिना किसी कागजी कार्यवाही या बैंकों के चक्कर लगाए बिना आसानी से ले सकता है।

भाविक कोलड़िया, शाश्वत नाकरानी के टेक और अश्नीर ग्रोवर के फाइनेंस के ज्ञान ने ही BharatPe को इतने कम समय में लोगों के बीच पॉपुलर कर दिया

BharatPe की शुरुआत कैसे हुई?

भाविक कोलड़िया और शाश्वत नाकरानी ने 2018 में ऑनलाइन पेमेंट के तरीको में एक कमी नोटिस किया। दरअसल BharatPe के मार्केट में आनेसे पहले हर कंपनी का अपना अलग QR कोड होता था। अगर आपको Paytm से पेमेंट एक्सेप्ट करना है तो आपके पास Paytm का ही QR होना जरूरी था नहीं तो आप पेमेंट करने में असमर्थ थे।

उस समय की सारी कंपनियां कस्टमर से पेमेंट एक्सेप्ट करने के लिए यही सिस्टम इस्तेमाल कर रही थी तथा बिज़नेस ओनर्स और रिटेलर्स से 1-1.5 % ट्रांज़ैक्शन फीस चार्ज कर रही थी।

भाविक कोलड़िया और शाश्वत नाकरानी को फंडिंग की जरूरत थी और ये दोनों अश्नीर ग्रोवर के पास गए। अश्नीर ग्रोवर को इनका ये आईडिया काफी पसंद आया और अश्नीर ने इन दोनों के साथ मिलकर 2018 BharatPe की शुरुआत की।

अश्नीर ने 10 साल फाइनेंस सेक्टर में नौकरी की थी इसीलिए इनको फाइनेंस का अच्छा खासा ज्ञान था। अश्नीर को उस समय ऐसा लगता था कि पेमेंट का ये तरीका ज्यादा समय तक काम नहीं करेगा कुछ समय बाद सरकार इस सिस्टम को ख़तम कर देगी और सबको UPI के माध्यम से ही पेमेंट एक्सेप्ट करना पड़ेगा।

अश्नीर ने सरकार के फैसले से पहले ही इस सिस्टम पर काम किया और बिना किसी ट्रांज़ैक्शन फीस के सारे पेमेंट App से पेमेंट एक्सेप्ट करवाना शुरू कर दिया। छोटे बिजनेसमैन और दुकानदार को 1-1.5% ट्रांज़ैक्शन फीस देना अच्छा नहीं लग रहा था लेकिन मजबूरी में इनको ये करना पड़ रहा था।

लेकिन BharatPe ने जैसे ही मार्केट में एंट्री करी उसके कुछ ही समय में मार्केट में इनका पेमेंट सिस्टम बहुत जल्दी पॉपुलर हो गया। BharatPe वही नहीं रुका, इसने लगातार एक के बाद ऐसे प्रोडक्ट लांच किये जो छोटे दुकानदारों के लिए काफी मददगार थे।

BharatPe का बिज़नेस मॉडल क्या है?

BharatPe, QR से पेमेंट एक्सेप्ट करने वाली एक भारतीय कंपनी है यह कंपनी B2B2C (बिज़नेस-बिज़नेस-कस्टमर) बिज़नेस मॉडल पर काम करती है। B2B2C का मतलब है कि यह कंपनी व्यापारियों, किराना वालों के साथ-साथ कस्टमर को भी ऑनलाइन पेमेंट करने में मदद करती है।

BharatPe QR कोड की मदद से आप 100 से ज्यादा ऑनलाइन पेमेंट कंपनियों से UPI सिस्टम के माध्यम से पेमेंट एक्सेप्ट कर सकते है। BharatPe के पहले सभी बड़ी-बड़ी ऑनलाइन पेमेंट कंपनी अपने-अपने QR कोड की मदद से पेमेंट एक्सेप्ट करती थी और 1-1.5% कमीशन चार्ज करती थी।

लेकिन BharatPe के QR कोड की मदद से कोई भी ऑनलाइन पेमेंट App जैसे Paytm, GooglePay, PhonePe, BHIM, Freecharge, Mobikwik आदि से पेमेंट एक्सेप्ट किया जा सकता था और इस पेमेंट का व्यापारियों और किराना वालों को कोई भी कमीशन भी नहीं देना पड़ता था।

BharatPe पैसे कैसे कमाता है?

जिस समय Paytm, PhonePe और GooglePay जैसी कंपनियां अपने मर्चेंट से 1 से 1.5% तक ट्रांज़ैक्शन फीस चार्ज कर रहीं थी वहीँ BharatPe ने मार्केट में जीरो ट्रांज़ैक्शन फीस के पेमेंट लेना शुरू कर दिया। BharatPe की इस स्ट्रेटेजी ने मार्केट में बवाल मचा दिया।

छोटे दुकानदारों व किराना वालों का प्रॉफिट मार्जिन काफी कम होता है और उसमे भी अगर कोई कुछ प्रतिशत अपने पास रख ले तो उनको तो समस्या ही होगी।

हर दुकानदार ऑनलाइन पेमेंट लेना तो चाहता था लेकिन ट्रांज़ैक्शन फीस की वजह से ज्यादातर लोग इससे दूर ही थे और जो इस तरीके को इस्तेमाल कर रहे थे वो भी मजबूरी में कर रहे थे क्युंकि उनको भी अपना धंधा चलना था।

BharatPe के पहले सभी ऑनलाइन पेमेंट कंपनियां अमूमन छोटे दुकानदारों व किराना स्टोर से ट्रांज़ैक्शन फीस के जरिये पैसे कमा रही थी लेकिन BharatPe ने इनके इस मॉडल को चैलेंज किया और कुछ समय बाद सरकार ने BharatPe की स्ट्रेटेजी के अनुसार पूरा भारत में UPI पेमेंट सिस्टम लागु कर दिया, जिससे बाकी कंपनियों कमाई का जरिया समाप्त हो गया।

BharatPe ने एक अलग ही बिज़नेस मॉडल के तहत काम किया था जिससे वो बाकी मार्केट लीडर्स से काफी आगे निकल गए और इन्वेस्टर्स को 80 गुना पैसा लौटा कर दिया।

अश्नीर ग्रोवर यह जान चुके थे कि

  • छोटे व्यापारी व किराना स्टोर वाले वैसे भी 10-15% ही प्रॉफिट मार्जिन कमा पाते है जिसमें भी अगर पेमेंट कम्पनियाँ 1-1.5% कमीशन नाम पर ले लेंगी तो इनको क्या बचेगा। इसीलिए पेमेंट बिज़नेस में कमीशन से पैसे कमाना एक बेहतर विकल्प नहीं है।
  • छोटे व्यापारी व किराना वाले किसी भी सर्विस के लिए पैसा देना पसंद नहीं करेंगे और कुछ समय बाद सरकार UPI पेमेंट के जरिये इस सिस्टम को खतम कर देगी।
  • छोटे व्यापारियों को कोई भी सरकारी या प्राइवेट बैंक इतनी आसानी से लोन नहीं देती है अगर देती भी है तो उसके लिए बहुत सारी कागजी कार्यवाही करनी पड़ती है।
  • इसीलिए अश्नीर ग्रोवर ने दुकानदारों व व्यापारियों से पैसे लेने बजाय उनको मार्केट रेट से कम इंटरेस्ट पर लोन देना शुरू कर दिया। BharatPe की इस स्ट्रेटेजी ने मार्केट की एक खाली जगह को भरने का काम किया जिससे BharatPe ने बहुत ही जल्दी भारतीय मार्केट में अपनी जगह बना ली।

BharatPe किन-किन तरीकों से पैसा कमाता है?

BharatPe कंपनी की ग्रोथ कम समय में काफी ज्यादा हुई थी, क्यूंकि इन्होंने अपनी ज्यादातर सर्विसेज कस्टमर व व्यापारियों, किराना वालों के लिए फ्री रखी थी। इन्होंने व्यापारियों की समस्याओं को समझा और उसके आधार पर अपने प्रोडक्ट्स को तैयार किया। BharatPe ने पैसे कमाने के लिए ऐसे तरीके ढूंढे जिनसे लोगों की समस्यायें भी दूर हो जाये और कंपनी पैसे भी बनाये।

12% क्लब

RBI ने BharatPe को 12% Club लांच करने की मंजूरी प्रदान की है। BharatPe ने इसके लिए NBFC (Non-Banking Financial Company) के साथ साझेदारी की है। इस App ने छोटे व्यापारियों व किराना स्टोर वालो को काफी सुविधाएं प्रदान की है।

12% क्लब को 1 मिलियन लोगों ने डाउनलोड करके रखा है इससे पता चलता है कि BharatPe का यह फीचर लोगों के लिए कितना महत्वपूर्ण साबित हुआ है।

12% क्लब की मदद से व्यापारी, दुकानदार व कस्टमर क्या-क्या कर सकता है?

  • एक्सेप्ट किये गए पैसों को इन्वेस्ट किया जा सकता है और 12% के इंटरेस्ट रेट पर वार्षिक लाभ कमाया जा सकता है।
  • 12% के इंटरेस्ट रेट पर पैसे उधार लिए जा सकते है।
  • 10 लाख तक का उधार लिया जा सकता है।
  • आप 3 महीने के लिए 10 लाख तक का लोन ले सकते है वो भी बिना किसी जमानत ( collaterals ) के।
  • अपने पैसों को कभी भी कहीं से भी निकाल सकते है।
  • बिना किसी प्रोसेसिंग फीस या प्री-पेमेंट चार्ज के आप इस प्लेटफार्म के माध्यम से लोन ले सकते है।
  • कम से कम 1000 रूपए से आप इन्वेस्टिंग स्टार्ट कर सकते है और रोज अपना इंटरेस्ट क्रेडिट कर सकते है।

भारत स्वाइप ( BharatSwipe )

BharatPe ने जैसे ही BharatSwipe लांच किया मार्केट में इसकी डिमांड बढ़ गई क्यूंकि इसको रखने के लिए को भी रेंटल फीस नहीं देनी पड़ती है। BharatSwipe की मदद से कोई भी बिज़नेस अपने कस्टमर से कार्ड और QR कोड के जरिये अपने कस्टमर से पेमेंट एक्सेप्ट कर सकता है।

BharatSwipe का बिज़नेस पिछले 1 साल में 25 गुना बढ़ा है और 250 से ज्यादा शहरों में लगाई गई है। BharatPe की PR ने यह बताया है कि पिछले 1.5 सालों के भीतर 1.25 लाख से ज्यादा मशीन ऑफलाइन मार्केट में इस्तेमाल की जा रही है।

गोल्ड लोन की सुविधा

BharatPe ने अपने सभी मर्चेंट्स के लिए गोल्ड लोन की सुविधा 0.39% की दर पर प्रदान की है। इन्होंने दिल्ली NCR, Banglore और हैदराबाद में इस सुविधा की शुरुआत पहले ही कर दी थी। BharatPe ने 2022 के अंत तक सुविधाओं को 20 शहरों तक पहुँचाने का लक्ष्य रखा है और 500 करोड़ रुपये तक खर्च होने की सम्भावना है।

BharatPe की मार्केटिंग?

Paytm, PhonePe और GooglePay ने अपनी मार्केटिंग में काफी ज्यादा पैसा खर्च किया था जिससे मार्केट में इनको हर कोई जानता था लेकिन BharatPe एक नयी कंपनी थी इनको कोई नहीं जानता था इसीलिए इनको अपने मार्केटिंग campaign पर ज्यादा ध्यान देना था। सबसे पहले इन्होने सलमान खान को अपने Ad के लिए साइन किया।

शुरुआत में BharatPe के हर Ad में सलमान खान ही थे। बॉलीवुड की वजह से सलमान खान की अच्छी पहचान है इसीलिए BharatPe को इसका फायदा मिला। इनकी टैगलाइन “अब दुकानदार is किंग” ने भी मर्चेंट पर काफी अच्छा प्रभाव डाला।

भारत में बॉलीवुड के साथ – साथ क्रिकेट का भी उतना ही क्रेज है इसीलिए BharatPe ने टीम इंडिया के रोहित शर्मा, KL राहुल, सुरेश रैना, रविंद्र जडेजा, जसप्रीत बुमराह, ऋषभ पंत, सुभमन गिल, मोहम्मद शमी आदि को अपने Ad Campaign में शामिल किया।

भारत में आपको ज्यादातर किराना की दुकान पर Tv देखने को मिल जाएगी। जब भी क्रिकेट मैच होता है जो इनकी Tv पर क्रिकेट मैच जरूर देखने को मिलता है इसीलिए जो खिलाडी टीवी पर वही खिलाड़ी BharatPe के QR पर, जिससे दुकानदारों और कस्टमर में BharatPe के प्रति एक ट्रस्ट बनता चला गया।

BharatPe ने इस Ad Campaign की टैगलाइन “एक भारत एक QR” रखी जिसने पूरे भारत को एक ही QR कोड की मदद से पेमेंट एक्सेप्ट करने का सहारा दिया।

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