Xiaomi के मनु कुमार जैन ने अब इस कम्पनी से इस्तीफा दे दिया है। मनु 2014 में साओमी को भारत लेकर आये थे तब इनको कोई नहीं जानता था। लेकिन मनु के जज्बे और मेहनत ने ही आज इसको भारत का नम्बर 1 स्मार्टफोन बना दिया है।
मनु कुमार जैन ने Twitter पर एक ट्वीट के माध्यम से इस इस्तीके की जानकारी दी है। मनु ने साओमी में बिताये अपने अच्छे पलों को याद किया और एक सफलतम स्मार्टफोन ब्रांड बनने को देश के लोगों को शुक्रिया भी कहा।

मनु ने अपने ट्वीट में क्या लिखा?
केवल परिवर्तन ही हमारे जीवन में स्थिर रहता है !
मैं बहुत भाग्यशाली हूँ कि पिछले 9 सालों में मुझे देशवासियों से बहुत प्रेम मिला है। इसी प्यार के चलते मुझे आप सभी को अलविदा कहना भी कठिन हो रहा है।
इस यात्रा का अंत बहुत रोमांचित है और एक नई शुरुआत का प्रतीक भी है।
आप सभी को धन्यवाद। ❤️
Xiaomi मनु कुमार जैन के शुरुआती दिन
2013 में मनु ने Jabong की सह स्थापना करने के बाद 2014 में Xiaomi को जॉइन किया उसके बाद उन्होंने इंडिया में Mi3 लाँच किया। शुरुआत में काफी उतार चढ़ाव आये।
इन्होंने एक छोटे से ऑफिस से एक स्टार्टअप की तरह इसकी शुरुआत की। तब भारत में सैकड़ों बड़े ब्रांड थे। मनु ने सीमित संसाधनों के साथ और बिना इस इंडस्ट्री के अनुभव के शुरुआत की। इन्होंने बेहतर टीम और लीडरशिप के बदौलत ही आज सभी बड़े ब्रांड को पीछे छोड़ते हुए साओमी को देश का नम्बर 1 स्मार्टफोन ब्रांड बना दिया है।
Xiaomi में मनु के करीयर के कुछ गौरवान्वित पल
मनु कहते है कि इन कुछ वर्षों में मेरे जीवन के कुछ पल रहे जो मुझे हमेशा याद रहेंगे-
- पिछले 3 सालों में Xiaomi ने मार्केटिंग में एक भी रुपया खर्च किए बिना इसको देश का नंबर-1 स्मार्टफोन ब्रांड बना दिया है।
- जब टाटा ने हमारा साथ देने के लिए अपना हाँथ बढ़ाया तो वो पल मेरे लिए अविश्वसनीय था। टाटा ने हमारी कम्पनी में निवेश भी किया।
- देश के प्रधानमंत्री से मिलना मेरे लिए बहुत ही गर्व की बात थी जिसके बाद से ही हमनें मेक-इन-इंडिया प्रोडक्ट बनाने की इस क्रांति में शमील हो गये। जल्द ही हमारे 100% स्मार्टफोन और स्मार्ट टीवी मेड-इन-इंडिया होंगे।
- मेड-इन-इंडिया प्रोडक्ट की तरफ मुड़ने से ही हमनें 50,000 से अधिक रोजगार उत्पन्न किए है।





